Search This Blog

Translate

Sunday, July 31, 2016

Aaj ka Suvichar..




“जिस धागे की गांठे खुल सकती है!
उस धागे पर कैंची नहीं चलानी चाहिए,
किसी की कोई बात बुरी लगे तो,
दो तरह से सोचे....

यदि व्यक्ति महत्वपूर्ण है ,
तो बात भूल जाए और ,
बात महत्वपूर्ण है तो ,
व्यक्ति को भूल जाए  परिस्थितिया जब विपरीत होती है,
तब "प्रभाव और पैसा" नहीं
"स्वभाव और सम्बंध" काम आते है ॥
🌹🌹जय श्री श्याम🌹🌹

No comments:

Post a Comment

Blog Archive

LinkWithin

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...